CBSE ने एक साल में कर डाले ये बदलाव, एग्जाम देने से पहले जरूर जान लीजिए

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Central Board of Secondary Education: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने लगातार अपनी पॉलिसी और प्रक्रियाओं को बदलते एकेडमिक स्टैंडर्ड के मुताबिक ढालने के लिए काम किया है.

2024 में, CBSE ने एकेडमिक एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने और नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के साथ तालमेल बिठाने के उद्देश्य से कई सुधारों की घोषणा की. CBSE ने 2025 की कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा कर दी है. परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 से शुरू होंगी. कक्षा 10 की परीक्षाएं 18 मार्च तक खत्म होंगी, जबकि कक्षा 12 की परीक्षाएं 4 अप्रैल, 2025 तक चलेंगी. 1 जनवरी, 2025 से प्रैक्टिकल परीक्षाएं, आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट वर्क पहले ही शुरू हो चुके हैं.

सीबीएसई 2025: एग्जाम फॉर्मेट में बदलाव और बहुत कुछ

ये बदलाव इस साल यानी 2025 में लागू होने वाले हैं, और इनसे छात्रों की तैयारी और परीक्षा प्रक्रिया पर प्रभाव पड़ने की संभावना है. सिलेबस में बदलाव से लेकर सुरक्षा बढ़ाने तक, ये अपडेट एनालिटिकल स्किल्स को बढ़ावा देने, परीक्षा की इंटग्रिटी सुनिश्चित करने और स्टूडेंट्स की अलग अलग जरूरतों को सपोर्ट करने के लिए सीबीएसई के कमिटमेंट को दर्शाते हैं.

शॉर्ट और लॉन्ग रिस्पॉन्स के सवालों में कमी

साल 2025 में, सीबीएसई कक्षा 10 और कक्षा 12 दोनों के लिए बनाए गए रिस्पॉन्स क्वेश्चन – शॉर्ट एंड लॉन्ग आंसर क्वेश्चन की संख्या कम कर देगा. यह बदलाव एनालिटिकल और क्रिटिकल थिंकिंग स्किल के आकलन पर बढ़ते जोर को दर्शाता है. इसका टारगेट रटने की आदत से दूर जाना और स्टूडेंटस को अपने सब्जेक्ट के साथ ज्यादा गहराई से जुड़ने के लिए मोटिवेट करना है.

योग्यता-बेस्ड सवालों पर फोकस

2025 में कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं में योग्यता-बेस्ड सवाल ज्यादा होंगे. ये सवाल स्टूडेंट्स की थ्योरेटिकल नॉलेज को रियल वर्ल्ड के सिनेरियो में लागू करने की क्षमता टेस्ट करने के लिए डिजाइन किए गए हैं. यह कदम NEP 2020 के मुताबिक है, जिसमें एक्स्पेरिमेंटल और एप्लिकेशन बेस्ड एजुकेशन पर जोर दिया गया है.

इंटरनल असेस्टमेंट को बढ़ावा देना

इंटरनल असेस्टमेंट अब कुल मार्क्स का 40 फीसदी होगा, जबकि शेष 60 फीसदी फाइनल बोर्ड परीक्षाओं पर आधारित होगा. इसमें प्रोजेक्ट, पीरियोडिक टेस्ट और असाइनमेंट शामिल हैं. रिवाइज्ड स्ट्रक्चर पूरे साल स्टूडेंट्स की क्षमताओं का ज्यादा ओवरऑल इवेल्यूएशन सुनिश्चित करता है.

75% अटेंडेंस जरूरी और सुरक्षा उपाय

2025 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए क्वालिफाई करने के लिए, स्टूडेंट्स को कम से कम 75 फीसदी अटेंडेंस बनाए रखनी होगी. मेडिकल इमरजेंसी, स्पोर्ट्स इवेंट में हिस्सा लेना या अन्य वैध कारणों के लिए छूट दी जाएगी, बशर्ते उचित डॉक्यूमेंट पेश किए जाएं. इसके अलावा, 2025 से, सभी सीबीएसई परीक्षा केंद्रों में परीक्षा हॉल में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए. इस जरूरत को पूरा करने में विफल रहने वाले स्कूल परीक्षा केंद्र के रूप में पात्र नहीं होंगे.

एथलीटों और ओलंपियाड प्रतिभागियों के लिए विशेष प्रावधान

सीबीएसई, राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों या मान्यता प्राप्त ओलंपियाड में हिस्सा लेने वाले छात्रों के सामने आने वाली चुनौतियों को समझते हुए, इन छात्रों के लिए विशेष परीक्षाएं आयोजित करेगा. 2018 में शुरू हुआ यह प्रावधान सुनिश्चित करता है कि वे बिना किसी समझौते के अकादमिक और एक्स्ट्रा करिकुलर कमिटमेंट्स को बैलेंस कर सकें. जिन छात्रों की बोर्ड परीक्षा की तारीखें इन आयोजनों से मैच करती हैं, जिसमें जर्नी के दिन भी शामिल हैं, वे इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.

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